Maiya Samman Yojana Payment Recovery: झारखंड सरकार की मंईयां सम्मान योजना के तहत हजारों महिलाओं को आर्थिक सहायता दी जा रही थी लेकिन हाल ही में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। सरकार की जांच में यह पाया गया कि बड़ी संख्या में महिलाओं ने गलत जानकारी देकर इस योजना का लाभ लिया है। अब सरकार ने ऐसे लाभुकों पर कड़ी कार्यवाही करते हुए उनसे पैसों की वसूली करने का आदेश जारी किया है।
सरकार ने जिला प्रशासन को निर्देश दिया है कि जिन महिलाओं ने इस योजना के लिए गलत जानकारी देकर आवेदन किया था उनसे दी गई राशि वापस ली जाए। इस फैसले के बाद से हजारों महिलाएं चिंता में आ गई हैं क्योंकि अब उन्हें सरकार को पैसा लौटाना होगा। यदि वे ऐसा नहीं करती हैं तो उनके खिलाफ सर्टिफिकेट केस भी दर्ज किया जाएगा।
इस लेख में हम आपको विस्तार से बताएंगे कि किन महिलाओं से पैसा वापस लिया जाएगा और रिकवरी करने का तरीका क्या होगा और सरकार ने इस मामले में अब तक क्या फैसले लिए हैं। इसलिए दोस्तों इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें ताकि आपको पूरी जानकारी मिल सके।
Maiya Samman Yojana Payment Recovery Overview
पोस्ट का नाम | Maiya Samman Yojana Payment Recovery |
योजना का नाम | मंईयां सम्मान योजना |
राज्य | झारखंड |
समस्या | कई महिलाओं ने फर्जी तरीके से योजना का लाभ लिया |
कुल फर्जी लाभुक | 3764 महिलाएं |
डिलीट किए गए लाभुकों की संख्या | 2288 महिलाएं |
जारी आदेश | सरकार ने पैसों की वसूली का आदेश दिया |
रिकवरी की प्रक्रिया | महिलाओं को पैसा लौटाना होगा, न देने पर कानूनी कार्रवाई होगी |
आधिकारिक वेबसाईट | https://mmmsy.jharkhand.gov.in/ |
Maiya Samman Yojana Payment Recovery 2025
झारखंड में मंईयां सम्मान योजना का लाभ लेने के लिए हजारों महिलाओं ने आवेदन किया था लेकिन अब सरकार को इस योजना में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़े की जानकारी मिली है। इसलिए राज्य सरकार ने आदेश जारी किया है कि जिन महिलाओं ने गलत जानकारी देकर इस योजना का लाभ लिया है उनसे जल्द से जल्द पैसे वापस लिए जाएंगे।
ताजा आंकड़ों के अनुसार पलामू जिले में 3764 महिलाओं को इस योजना का फर्जी लाभ लेते हुए पाया गया है। इनमें से 2288 महिलाओं का नाम पहले ही योजना के पोर्टल से हटा दिया गया है जबकि बाकी महिलाओं के नाम हटाने का काम जारी है। अब इन महिलाओं से सरकारी राशि की वसूली की जाएगी और यदि वे पैसा वापस नहीं करती हैं तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।
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अब होगा भौतिक सत्यापन
सरकार ने इस योजना के तहत लाभुकों के नामों की जांच करने के लिए भौतिक सत्यापन शुरू की थी। इस प्रक्रिया में अभी तक 3,72,937 लाभुकों में से 2,32,939 महिलाओं का सत्यापन किया जा चुका है जिसमें 3764 महिलाएं फर्जी पाई गई हैं।
इसमें 1010 महिलाएं ऐसी थीं जो पहले से ही सरकार की अन्य सामाजिक योजनाओं का लाभ ले रही थीं जबकि 2754 महिलाओं ने गलत शपथ पत्र देकर इस योजना के तहत आर्थिक सहायता प्राप्त की थी। यह गंभीर मामला बनता जा रहा है क्योंकि इन फर्जी लाभुकों में आंगनबाड़ी सेविकाएं, स्वास्थ्य सहिया, पुलिस जवानों की पत्नियां, जल सहिया और पारा शिक्षकों की पत्नियां भी शामिल हैं।
फर्जी महिलाओं से होगी पैसों की वसूली
सरकार ने साफ कर दिया है कि जिन महिलाओं ने गलत तरीके से इस योजना का लाभ उठाया है उनसे पैसे की पूरी वसूली की जाएगी। इस मामले में जिला प्रशासन भी पूरी तरह से तैयार है और सत्यापन काम पूरा होने के बाद सभी फर्जी लाभुकों को नोटिस भेजकर उनसे योजना के तहत मिली राशि वापस मांगी जाएगी।
यदि लाभुक पैसा लौटाने से इनकार करते हैं तो प्रशासन उनके खिलाफ सर्टिफिकेट केस दर्ज करेगा। सरकार ने चेतावनी दी है कि अभी और भी कई फर्जी लाभुकों के नाम सामने आ सकते हैं क्योंकि सत्यापन प्रक्रिया अभी भी जारी है।
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अपात्र महिलाओं को पैसा वापस करने का अंतिम मौका
जिला प्रशासन द्वारा किए जा रहे भौतिक सत्यापन में अब तक कई महिलाएं फर्जी पाई गई हैं। सरकार ने उन सभी महिलाओं को अंतिम अवसर दिया है कि वे जल्द से जल्द योजना के तहत मिली राशि वापस कर दें। यदि वे ऐसा नहीं करती हैं तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।
पलामू के उपायुक्त शशि रंजन ने यह बताया है कि फर्जी लाभुकों को जल्द से जल्द सरकार की राशि लौटानी होगी नहीं तो उनके खिलाफ सर्टिफिकेट केस दर्ज किया जाएगा। यदि आपने भी इस योजना के तहत आवेदन किया है और आपको डर है कि कहीं आपका नाम फर्जी लाभुकों की सूची में न हो तो आपको तुरंत अपना स्टेटस चेक कर लेना चाहिए।