Maiya Samman Yojana Verification Update 2025: दस्तावेज़ सत्यापन में गड़बड़ी से रुकी लाखों महिलाओं की राशि, जानिए क्या करें अब

Maiya Samman Yojana Verification Update 2025: झारखंड सरकार की मंईया सम्मान योजना राज्य की महिलाओं के लिए एक बहुत ही उपयोगी और सहारा देने वाली योजना है। इस स्कीम के तहत हर महीने ₹2500 की राशि सीधे महिलाओं के बैंक अकाउंट में DBT यानी डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के जरिए भेजी जाती है। लेकिन हाल ही में मंईया सम्मान योजना से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है, जिसने लाखों महिलाओं को चिंता में डाल दिया है।

दरअसल, सरकार द्वारा चलाए जा रहे सत्यापन अभियान के दौरान पाया गया है कि करीब 3 लाख लाभार्थी महिलाओं के दस्तावेज अधूरे, गलत या सत्यापन में फेल हो गए हैं, जिसके कारण उनकी राशि रोकी गई है। ऐसी स्थिति में महिलाओं को जल्द से जल्द अपने दस्तावेजों का दोबारा सत्यापन कराना अनिवार्य हो गया है, वरना अगली किस्त भी उनके खाते में नहीं आएगी।

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

ये परेशानी सिर्फ एक दो जिलों में नहीं, बल्कि झारखंड के कई जिलों में देखने को मिल रही है, खासकर ग्रामीण इलाकों में। यदि आप भी मंईया योजना की लाभार्थी हैं और अब तक राशि नहीं मिली है, तो यह जानकारी आपके लिए बेहद जरूरी है। इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि किन जिलों में सबसे ज्यादा समस्याएं आई हैं, दस्तावेज फेल होने की वजहें क्या हैं और महिलाओं को अब क्या करना होगा।

Maiya Samman Yojana क्या है?

मंईया सम्मान योजना झारखंड सरकार द्वारा चलाई जा रही राज्य की महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। सरकार इस योजना से महिलाओं की बैंक खाते में हर महीने ₹2500 की सहायता राशि भुगतान करती है। अब तक राज्य सरकार ने 8 किस्तों का भुगतान कर दिया है वही जल्द ही 9वी 10वीं का भुगतान होने वाला है।

इसी दौरान मंईया सम्मान योजना से जुड़ी एक नई खबर आई है जिसमें बताया जा रहा है कि दस्तावेजों में त्रुटि के कारण 3 लाख के आसपास महिलाओं के आवेदन रिजेक्ट किए गए हैं। अब महिलाओं के द्वारा जैसे ही अपने दस्तावेजों को सुधार किया जाता है और सुधार करने के बाद दस्तावेज अपडेट किए जाएंगे तभी लाभ मिलेंगे।

Maiya Samman Yojana: फेल हुआ सत्यापन, अब ऐसे मिलेगा ₹10000 एक साथ

Maiya Samman Yojana Verification Update 2025

हाल ही में सरकार द्वारा किए गए डाटा एनालिसिस और दस्तावेज सत्यापन अभियान में चौंकाने वाले खबर सामने आए हैं। करीब 2.97 लाख महिलाओं के दस्तावेज या तो गलत पाए गए हैं या अधूरे हैं, जिस वजह से उनका भुगतान रोक दिया गया है। झारखंड सरकार के निर्देश अनुसार, अगर दस्तावेजों की त्रुटि सही नहीं की गई तो आगे की किस्तें भी नहीं मिलेंगी।

ये एक बेहद गंभीर मामला है, क्योंकि Maiya Samman Yojana का उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से मज़बूत बनाना है, लेकिन गलतियों के कारण कई महिलाएं इससे वंचित रह जा रही हैं। कुछ जगहों पर बैंक अकाउंट आधार से लिंक नहीं हैं, तो कहीं महिलाओं ने कभी भी फिजिकल सत्यापन नहीं कराया है।

कई मामलों में Aadhar, PAN या Bank details आपस में मेल नहीं खाते है। यह सारी गड़बड़ियां सत्यापन के दौरान सामने आई हैं और सरकार ने ऐसे लाभार्थियों को फिलहाल होल्ड डाल दिया है। यानि जब तक वे अपना सत्यापन पूरा नहीं करवा लेतीं, तब तक उन्हें मंईया सम्मान योजना की कोई राशि उनके खाते में नहीं डाली जाएगी।

इन जिलों में सबसे ज्यादा लाभार्थी सत्यापन में फेल हुए

मंईया सम्मान योजना की इस नई अपडेट में यह बात भी सामने आई है कि कुछ जिले ऐसे हैं जहां बड़ी संख्या में महिलाओं का डाटा मिलान फेल हुआ है। इनमें सबसे ज्यादा प्रभावित जिले ये हैं –

  • धनबाद – करीब 38,777 महिलाओं के डाटा में समस्या
  • गोड्डा – 25,671 लाभार्थियों का सत्यापन विफल
  • पाकुड़ – लगभग 32,408 महिलाओं के दस्तावेज अधूरे
  • पूर्वी सिंहभूम – 23,891 लाभार्थी फेल
  • रांची – 19,764 महिलाओं का सत्यापन पेंडिंग

इन जिलों में प्रशासन को आदेश दिया गया है कि वे विशेष कैंप लगाकर सभी लाभार्थियों का फिजिकल वेरिफिकेशन कराएं ताकि जल्द से जल्द उनका DBT चालू हो सके और राशि ट्रांसफर की जा सके। ग्रामीण इलाकों में विशेष रूप से महिलाएं समय पर सूचना नहीं पा रहीं है, इसलिए पंचायत स्तर पर विशेष कैंप का आयोजन किया जाएगा।

Maiya Samman Yojana: डीबीटी स्टेटस चेक करें घर बैठे ऑनलाइन सिर्फ 2 मिनट में

दस्तावेज सत्यापन फेल होने के मुख्य कारण

दस्तावेज सत्यापन विफल होने के पीछे कुछ प्रमुख कारण हैं, जिनकी वजह से DBT रुक गया है। सबसे आम समस्या है Aadhar और बैंक अकाउंट में लिंकिंग की कमी है। कई महिलाओं का Aadhar नंबर उनके बैंक खाते से जुड़ा ही नहीं है, जिसकी वजह से सरकार ट्रांजैक्शन नहीं कर पा रही। इसके अलावा कुछ और आम गड़बड़ियां हैं जैसे –

  • आधार और फॉर्म में नाम की स्पेलिंग में अंतर
  • बैंक IFSC कोड गलत भरा हुआ
  • अधूरा फॉर्म जमा कर देना
  • महिलाओं द्वारा फिजिकल वेरिफिकेशन न कराना
  • दस्तावेज में फोटो या सिग्नेचर क्लियर न होना

जब सिस्टम में डाटा मिसमैच होता है तो सत्यापन फेल हो जाता है और उस लाभार्थी को ऑटोमेटिक होल्ड पर डाल दिया जाता है। अब राज्य सरकार ने साफ कहा है कि जो महिलाएं समय पर सुधार नहीं करेंगी, उन्हें मंईया सम्मान योजना से बाहर कर दिया जाएगा।

लाभ पाने के लिए महिलाएं करें यह जरूरी कार्य

अगर आप भी उन्हीं महिलाओं में से एक हैं, जिन्हें अब तक मंईया सम्मान योजना की राशि नहीं मिली है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। आप नीचे बताए गए कामों को जल्द से जल्द करवा लीजिए ताकि अगली किस्त आपके खाते में आ सके –

  • आधार को बैंक खाते को लिंक करवाएं – अपने बैंक शाखा में जाएं और पूछें कि आपका आधार आपके खाते से जुड़ा है या नहीं। अगर नहीं, तो वहीं पर अपडेट करवा दें।
  • जरूरी दस्तावेज अपडेट करवाएं – जैसे कि Aadhar, PAN, राशन कार्ड, बैंक पासबुक की कॉपी, ये सब अपने पंचायत या अंचल कार्यालय में जमा करें, और अगर जानकारी में कोई मिस्टेक है तो उसको सुधार करें।
  • फिजिकल वेरिफिकेशन कराएं – प्रखंड कार्यालय (ग्रामीण क्षेत्र) या अंचल कार्यालय (शहरी क्षेत्र) में जाकर स्वयं जाकर अपना फिजिकल वेरिफिकेशन कराएं। बिना फिजिकल वेरिफिकेशन पूरा हुई है महिलाओं को किस्त की राशि प्राप्त नहीं होगी।
  • स्टेटस चेक करें – my आधार की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर “Bank Seeding Status” चेक करें। अगर DBT एक्टिव नहीं है, तो बैंक से फॉर्म भरवाकर डीबीटी को सक्रिय करवाएं।
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

Leave a Comment

Floating WhatsApp Button WhatsApp Icon