Maiya Samman Yojana Verification Error 2025: झारखंड राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना “मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना” एक बार फिर चर्चा में है, और इस बार वजह थोड़ी चिंताजनक भी है और राहत देने वाली भी है। दरअसल, मंईयां सम्मान योजना के तहत लाभ पाने के लिए जरूरी भौतिक सत्यापन के दौरान लाखों महिलाओं का आवेदन रिजेक्ट कर दिया गया है। इसका मतलब है कि उन्होंने योजना के लिए जो दस्तावेज जमा किए थे, वे या तो अधूरे थे, गलत थे या फिर उनमें आपसी मेल नहीं था।
इस वजह से लगभग 3 लाख महिलाओं को फिलहाल योजना से बाहर कर दिया गया है, जिससे उनके ₹2500 प्रतिमाह की राशि रुक गई है। हालांकि घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि सरकार ने इस समस्या के समाधान के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है। जिन महिलाओं का सत्यापन फेल हो गया है, वे एक बार फिर अपने दस्तावेजों को सुधार कर मंईयां सम्मान योजना का लाभ उठा सकती हैं।
इस लेख में हम विस्तार से बताएंगे कि किन-किन कारणों से सत्यापन फेल हो रहा है, ओर किन जिलों की महिलाएं सबसे ज्यादा प्रभावित हुई हैं, महिलाएं कैसे सुधारें अपने दस्तावेजों को और कब तक मिलेगा ₹10000 का 4 महीने का पैसा। अगर आप या आपके परिवार की कोई महिला भी मंईयां सम्मान योजना की लाभार्थी हैं, तो ये जानकारी आपके लिए बेहद जरूरी है तो लेख में आखिर तक बने रहे।
Maiya Samman Yojana Verification Error 2025
हाल ही में राज्य सरकार ने मंईयां सम्मान योजना की पारदर्शिता बनाए रखने के लिए भौतिक सत्यापन अभियान शुरू किया था, जिसमें लाभार्थी महिलाओं के सभी दस्तावेजों की जांच की गई। इस जांच में पाया गया कि लाखों महिलाओं के दस्तावेजों में या तो त्रुटियां थीं या फिर अलग-अलग दस्तावेजों में दी गई जानकारी एक जैसी नहीं थी।
जैसे किसी के आधार कार्ड में नाम कुछ और था, तो राशन कार्ड में कुछ और। कहीं जन्म तिथि का मेल नहीं था, तो कहीं बैंक खाते की जानकारी गलत पाई गई। इसके अलावा कुछ महिलाएं ऐसी भी थीं जिन्होंने फर्जी जानकारी के आधार पर आवेदन किया था। इन सब कारणों से करीब 3 लाख महिलाओं का डेटा रिजेक्ट कर दिया गया है।
सबसे अधिक गड़बड़ियां झारखंड के धनबाद, पाकुड़ और गोड्डा जिलों में सामने आई हैं। इन जिलों की कई महिलाएं अब मंईयां सम्मान योजना से वंचित हो गई हैं। लेकिन अच्छी बात यह है कि सरकार ने इन महिलाओं को एक और मौका दिया है अपने दस्तावेज़ सुधारने का। महिलाएं अपने दस्तावेजों को सुधार कर अपडेट कराकर योजना का लाभ प्राप्त कर सकती है।
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Maiya Samman Yojana Form Correction कैसे करें?
अगर आपका नाम भी सत्यापन में फेल सूची में आया है तो आपको घबराने की बिल्कुल जरूरत नहीं है। राज्य सरकार ने साफ किया है कि जिन महिलाओं का सत्यापन असफल हो गया है, वे अपने प्रखंड कार्यालय या सीओ ऑफिस में जाकर अपने डॉक्युमेंट्स को सही करवा सकती हैं। वहां सबसे पहले आपको अपने आधार कार्ड, बैंक पासबुक और राशन कार्ड की जानकारी को क्रॉस-चेक करना होगा कि सभी में एक ही नाम, जन्म तिथि और पता दर्ज है या नहीं।
अगर किसी भी दस्तावेज में त्रुटि है तो उसे जल्द से जल्द ठीक करवा लें। इसके बाद सभी सही दस्तावेजों को लेकर अपने ब्लॉक कार्यालय जाएं और फॉर्म में सुधार करवा कर दोबारा सत्यापन के लिए जमा करें। इसके लिए सरकार ने 30 अप्रैल 2025 तक का समय दिया है ताकि सभी गड़बड़ियां समय रहते ठीक हो सकें और कोई भी पात्र महिला मंईयां सम्मान योजना के लाभ से वंचित न हो।
वंचित महिलाओं को एक साथ मिलेंगे ₹10000 की राशि
हाल ही में राज्य सरकार ने जनवरी, फरवरी ओर मार्च महीने की किस्त की राशि ₹7500 महिलाओं के खाते में एक साथ जमा किए थे। जिन महिलाओं का सत्यापन पूरा हो चुका था और जिनके आवेदन में कोई भी गड़बड़ी नहीं पाई गई थी उनको यह राशि मिली थी। लेकिन जिनके आवेदन में कुछ गड़बड़ी थी उन्हें मार्च तक की किस्त की राशि नहीं मिली है।
ऐसी महिलाओं को अप्रैल की किस्त के साथ बकाया ₹7500 की राशि दी जाएगी यानी कि ऐसी महिलाओं को एक साथ ₹10000 की राशि प्राप्त होगी। ऐसे में अगर आपने अभी तक अपने कागजात सही नहीं किए हैं, तो जल्द से जल्द यह काम पूरा करें ताकि आपको भी डबल किस्त का लाभ मिल सके।
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सत्यापन पूरी होने के बाद क्या होगा
जैसे ही आपके सभी दस्तावेज जांच में सही पाए जाते हैं, वैसे ही आपका नाम लाभार्थी सूची में फिर से जोड़ दिया जाएगा और आपको मंईयां सम्मान योजना के तहत हर महीने ₹2500 मिलना शुरू हो जाएगा। अगर सत्यापन के कारण ₹7500 की राशि आपकी रुकी हुई है तो ऐसे में अगली किस्त में आपको एक साथ ₹10000 की राशि प्राप्त होगी।
इस प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा करना इसलिए भी जरूरी है क्योंकि सरकार ने यह साफ कर दिया है कि 30 अप्रैल के बाद सुधार के लिए अतिरिक्त समय नहीं दिया जाएगा और जिन महिलाओं के दस्तावेज तब तक सही नहीं होंगे, वे योजना से बाहर मानी जाएंगी।