Maiya Samman Yojana Payment Problem: झारखंड सरकार की मंईयां सम्मान योजना के तहत हर महीने महिलाओं के खातों में ₹2500 की सहायता राशि भेजी जाती है, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें और घर का खर्च आसानी से चला सकें। इस योजना की 10वीं किस्त की शुरुआत 4 जुलाई 2025 से हो चुकी है, लेकिन राज्य के कई जिलों में लाभुकों के खाते में अब तक पैसे नहीं पहुंचे हैं। इससे महिलाओं में चिंता बढ़ती जा रही है कि आखिर क्यों उनका पैसा नहीं आया और क्या वे इस किस्त से वंचित रह जाएंगी।
ऐसी स्थिति में सबसे पहले घबराने की जरूरत नहीं है। आपको कुछ जरूरी चीज़ें चेक करनी होंगी जैसे DBT एक्टिवेशन, दस्तावेजों की स्थिति, ई-केवाईसी और भौतिक सत्यापन। सरकार की ओर से साफ कहा गया है कि जिन महिलाओं का आवेदन और दस्तावेज़ सही हैं, उन्हें किस्त भेजी जा चुकी है और बाकी को 10 जुलाई तक पैसा मिल जाएगा। लेकिन अगर आपने इन जरूरी प्रक्रियाओं को पूरा नहीं किया है तो तुरंत कदम उठाइए, ताकि आपका पैसा समय से मिल सके।
DBT एक्टिवेशन नहीं है तो अटकेगा पैसा
अगर आपके खाते में मंईयां सम्मान योजना की 10वीं किस्त नहीं आई है, तो सबसे पहले यह चेक करें कि आपका बैंक खाता DBT से लिंक है या नहीं। कई बार महिलाएं यह सोचकर बैठी रहती हैं कि योजना की राशि अपने आप खाते में आ जाएगी, लेकिन अगर DBT लिंक नहीं है तो पैसा कभी नहीं आएगा। DBT एक्टिवेशन के लिए आपको अपने नजदीकी बैंक शाखा में जाकर एक छोटा सा फॉर्म भरना होता है।
साथ ही आधार कार्ड, बैंक पासबुक और मोबाइल नंबर की कॉपी जमा करनी होती है। बैंक आमतौर पर 24 घंटे के भीतर आपका खाता DBT से जोड़ देता है। इसके बाद अगली ही किस्त में आपका पैसा खाते में ट्रांसफर हो सकता है। अगर आपने पहले से DBT लिंक करवा रखा है तो भी ब्लॉक कार्यालय जाकर एक बार स्थिति की जांच कर लें, ताकि कोई तकनीकी गड़बड़ी न रह जाए।
ई-केवाईसी नहीं किया तो किस्त रुक सकती है
राज्य सरकार ने साफ कर दिया है कि बिना ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी किए अब मंईयां योजना की कोई भी किस्त जारी नहीं की जाएगी। ई-केवाईसी यानी इलेक्ट्रॉनिक केवाईसी एक डिजिटल पहचान सत्यापन प्रक्रिया है, जिसमें आपका आधार और बैंक डिटेल्स लिंक होते हैं। इसे पूरा करने के लिए आपको अपने बैंक या नजदीकी CSC सेंटर जाना होता है। वहां आधार और मोबाइल नंबर के जरिए बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन होता है और कुछ ही मिनटों में यह प्रक्रिया पूरी हो जाती है।
जैसे ही ई-केवाईसी होता है, आपका नाम सक्रिय लाभार्थी सूची में जुड़ जाता है और 24 घंटे के अंदर पैसे ट्रांसफर हो जाते हैं। बहुत सी महिलाएं इस एक प्रक्रिया को नजरअंदाज कर देती हैं, जिसकी वजह से उनका भुगतान अटक जाता है। इसलिए यह सुनिश्चित करें कि आपकी ई-केवाईसी पूरी हो चुकी है।
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फिजिकल वेरिफिकेशन है जरूरी, वरना रुकेगी किस्त
मंईयां सम्मान योजना में अब केवल डॉक्युमेंट सबमिट करना ही काफी नहीं है, बल्कि भौतिक सत्यापन भी अनिवार्य कर दिया गया है। जिन महिलाओं का फिजिकल वेरिफिकेशन नहीं हुआ है, उन्हें भुगतान से वंचित किया जा सकता है। भौतिक सत्यापन के लिए आपको अपने पंचायत सचिव या आंगनबाड़ी केंद्र से संपर्क करना होगा।
वहां से सत्यापन फॉर्म लेकर सभी आवश्यक जानकारी भरनी होगी और आधार, राशन कार्ड जैसे दस्तावेज़ संलग्न करने होंगे। ये दस्तावेज पंचायत कार्यालय या सीडीपीओ कार्यालय में जमा करने के बाद ही आपका वेरिफिकेशन पूरा माना जाएगा। इसके बाद आपका नाम फिर से Active लाभार्थी सूची में शामिल हो जाएगा और अगली किस्त सीधे आपके खाते में ट्रांसफर कर दी जाएगी।
किसे नहीं मिलेगा इस बार मंईयां योजना का पैसा?
अगर आपने अभी तक बैंक खाते को आधार से लिंक नहीं करवाया है, या आपकी ई-केवाईसी प्रक्रिया अधूरी है तो आपको 10वीं किस्त का पैसा नहीं मिलेगा। इसके अलावा जिन महिलाओं ने फिजिकल वेरिफिकेशन नहीं कराया है या जिनका खाता निष्क्रिय है, उनका नाम लाभार्थियों की सूची से हटा दिया जाता है। कुछ मामलों में डुप्लीकेट DBT अकाउंट की वजह से भी भुगतान फेल हो जाता है।
इसलिए जरूरी है कि आप समय रहते सभी प्रक्रियाएं पूरी कर लें। अगर इसके बावजूद 10 जुलाई तक पैसे नहीं आते हैं, तो आप सरकार द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबर 1800-890-0215 पर कॉल करके सहायता प्राप्त कर सकते हैं या अपने नजदीकी ब्लॉक कार्यालय जाकर स्थिति की जांच कर सकते हैं।