मंईयां योजना की अगली किस्त को लेकर बड़ी खबर, 15 मई से पहले आएंगे पैसे! झारखंड सरकार की मंईयां सम्मान योजना से जुड़ी महिलाओं के लिए एक बार फिर राहत की खबर सामने आई है। इस योजना के तहत पहले ही 8 किस्तों का भुगतान कर दिया जा चुका है और अब सभी को महिलाओं को 9वीं और 10वीं किस्त का इंतजार है।
सूत्रों की मानें तो सरकार 15 मई से पहले अप्रैल और मई की किस्त 5000 रुपये भेज सकती है। इसके लिए विभाग पूरी तैयारी में जुटा है। इस बार करीब 43 लाख महिलाओं को यह राशि जारी की जाएगी। हालांकि कुछ महिलाओं को योजना से बाहर भी किया गया है और कुछ की जांच अभी चल रही है। अगर आपका खाता आधार से लिंक है और आप पात्र हैं, तो आपके खाते में किस्त का पैसा सीधे ट्रांसफर किया जाएगा।
43 लाख लाभुकों को जल्द मिलेगा 5000 रूपये
राज्य सरकार की तरफ से यह साफ कर दिया गया है कि इस बार 43 लाख पात्र महिलाओं को 2 महीने की एक साथ किस्त दी जाएगी, जिसमें 2500+2500 यानी कुल 5000 रुपये मिलेंगे। इससे पहले, करीब 38 लाख महिलाओं को होली से पहले 3 महीने की किस्त दी गई थी। जिन लाभुकों की फॉर्म जांच या आधार सीडिंग में कोई दिक्कत थी, उन्हें होली से पहले का पैसा नहीं मिल पाया था।
अब प्रशासन इन महिलाओं की जांच कर रहा है और आधार लिंकिंग का काम तेजी से करवा रहा है। कई जिलों में विशेष कैंप लगाए जा रहे हैं ताकि सभी खाते अपडेट हो सकें और योजना का लाभ किसी भी पात्र महिला से न छूटे।
महिलाओं को एक साथ मिलेंगे 5000 रुपये, जानिए पूरी जानकारी
आधार लिंकिंग जरूरी, कैंप के जरिए हो रहा आधार सीडिंग
मंईयां योजना की किस्त सीधे बैंक खातों में भेजी जाती है, लेकिन इसके लिए आधार लिंकिंग जरूरी है। अगर आपका बैंक खाता अभी भी आधार से लिंक नहीं है, तो आपको योजना से बाहर किया जा सकता है। इसी वजह से सरकार हर जिले में आधार सीडिंग के लिए कैंप चला रही है।
रांची में 29 अप्रैल को एक दिवसीय कैंप लग चुका है और अन्य जिलों में भी यह प्रक्रिया जारी है। अगर आपने अब तक अपने खाते को अपडेट नहीं करवाया है, तो जल्द से जल्द नजदीकी कैंप में जाकर आधार लिंक करवा लें।
इन महिलाओं को नहीं मिलेगा लाभ
सरकार की ओर से यह तय कर दिया गया है कि मंईयां योजना का पैसा सिर्फ उन्हीं महिलाओं को मिलेगा जो सभी पात्रता मानकों को पूरा करती हैं। अगर महिला के परिवार में कोई सदस्य इनकम टैक्स देता है, सरकारी नौकरी में है, या ईपीएफ में पैसा कटता है, तो ऐसे परिवारों की महिलाओं को योजना से बाहर किया गया है।
इसके अलावा अगर किसी महिला को पहले से कोई पेंशन मिल रही है, या उनके पति पेंशनधारी हैं, तो उन्हें भी इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा। ऐसे परिवार जहां कोई सांसद या विधायक हो, या महिलाएं अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ ले रही हों, उन्हें भी योजना से वंचित किया जा सकता है।