Maiya Samman Yojana Camp Update: झारखंड की महिलाओं के लिए बड़ी खुशखबरी है। मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के तहत मिलने वाली 2500 रुपये की आर्थिक सहायता महिलाओं को ओर भी आसानी से मिले, इसके लिए राज्य सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है। सरकार की तरफ से अब जिलेवार और पंचायत स्तर पर आधार सीडिंग कैंप लगाए जा रहे हैं ताकि जिन महिलाओं को मंईयां सम्मान योजना का लाभ मिल रहा है, उनका बैंक खाता सही तरीके से आधार से जुड़ा रहे।
रांची के बाद अबदेवघर जिले की महिलाओं के लिए सरकार ने विशेष व्यवस्था की है। यहां के सभी पंचायतों में 1 मई से 7 मई 2025 तक आधार सीडिंग के लिए कैंप आयोजित किया जाएगा। यह कैंप सुबह 10 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक चलेगा और इसमें उन महिलाओं को बुलाया जाएगा जिनके खाते में 3 अप्रैल 2025 या उसके बाद ₹7500 की एकमुश्त राशि भेजी गई थी। ऐसा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि राज्य सरकार ने अब स्पष्ट कर दिया है कि अप्रैल 2025 से मंईयां सम्मान योजना की राशि सिर्फ उसी के खाते में भेजी जाएगी
जो आधार से जुड़ा होगा और जिन महिला के नाम पर सिंगल बैंक खाता होगा। ऐसे में अगर आपका आधार लिंक नहीं है, तो अगली किस्त रुक सकती है। इसलिए अगर आप भी मंईयां सम्मान योजना से लाभ ले रही हैं और 3 अप्रैल के बाद राशि आई है, तो आपको जरूर इस कैंप में जाकर आधार लिंकिंग करवा लेनी चाहिए ताकि अगली किस्त की राशि बिना किसी परेशानी के समय पर आपके खाते में जमा हो जाए।
Maiya Samman Yojana Aadhar Seeding Camp Overview
आर्टिकल का नाम | Maiya Samman Yojana Camp Update 2025 |
योजना का नाम | मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना |
राज्य | झारखंड |
लाभार्थी | 18 से 50 वर्ष की महिलाएं |
लाभ | हर महीने ₹2500 की सीधी मदद |
कैंप की तिथि | 1 मई 2025 से 7 मई 2025 |
कैंप का समय | सुबह 10:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक |
आधिकारिक पोर्टल | mmmsy.jharkhand.gov.in |
मंईयां सम्मान योजना क्या है?
मंईयां सम्मान योजना झारखंड सरकार द्वारा शुरू की गई एक लाभकारी योजना है, जिसका मुख्य उद्देश्य राज्य की 18 से 50 वर्ष की उम्र की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। इस योजना के अंतर्गत हर पात्र महिला को प्रतिमाह ₹2500 की राशि दी जाती है जो सीधे उसके बैंक खाते में सीधे ट्रांसफर की जाती है।
मंईयां सम्मान योजना का मुख्य उद्देश्य उन महिलाओं को सहायता प्रदान है जो ग्रामीण इलाकों में रहती हैं और जिनकी आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर है। राज्य सरकार चाहती है कि ये महिलाएं आत्मनिर्भर बनें और अपनी छोटी-मोटी जरूरतों को खुद पूरा कर सकें। इसके लिए मंईयां सम्मान योजना में DBT के माध्यम से राशि हर महीने ट्रांसफर किया जाता है।
हालांकि इस लाभ को प्राप्त करने के लिए कुछ शर्तें भी रखी गई हैं। महिला का बैंक खाता आधार से जुड़ा होना चाहिए, वह महिला झारखंड की स्थायी निवासी होनी चाहिए, और महिला किसी अन्य पेंशन या सरकारी सहायता योजना की लाभुक नहीं होनी चाहिए। अगर ये सभी शर्तें पूरी हैं तो महिला मंईयां सम्मान योजना के तहत हर महीने ₹2500 की आर्थिक सहायता पा सकती है।
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कैंप में किन लाभुकों की होगी आधार सीडिंग?
मंईयां सम्मान योजना के अंतर्गत राज्य सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि इस बार आयोजित किए जा रहे आधार सीडिंग कैंप में उन्हीं महिलाओं को बुलाया जाएगा जिनके बैंक खाते में 3 अप्रैल 2025 या उसके बाद ₹7500 की राशि भेजी गई है। इसका मतलब साफ है कि अगर आपके खाते में यह राशि अप्रैल महीने के शुरुआती दिनों में आई है, तो आपकी आधार लिंकिंग अभी बाकी है।
ऐसी महिलाओं के लिए ही 1 मई से 7 मई तक कैंप लगाया जा रहा है ताकि वे अपना आधार अपने बैंक खाते से लिंक करवा सकें और आगे की राशि बिना किसी अड़चन के मिलती रहे। दूसरी तरफ, जिन महिलाओं को ₹7500 की राशि 3 अप्रैल से पहले मिल चुकी है, उन्हें कैंप में जाने की जरूरत नहीं है क्योंकि उनका खाता पहले से आधार से जुड़ा हुआ माना जा रहा है।
यह कैंप पूरी तरह से फ्री है और महिला को सिर्फ तीन जरूरी दस्तावेज आधार कार्ड, बैंक पासबुक और मोबाइल नंबर लेकर जाना है। जिसके द्वारा मौके पर बैंक के प्रतिनिधि या CSP एजेंट्स द्वारा आधार लिंकिंग की जाएगी। सरकार का ये प्रयास महिला लाभुकों को बैंक की लंबी लाइनों और बार-बार बैंक चक्कर लगाने से बचाने का एक बेहतरीन तरीका है।
आधार से बैंक खाता लिंक होना क्यों जरूरी है?
अगर आप मंईयां सम्मान योजना का लाभ ले रही हैं, तो यह जरूरी है कि आपका बैंक खाता आधार से जुड़ा हो। ऐसा इसलिए क्योंकि सरकार ने अब यह अनिवार्य कर दिया है कि अप्रैल 2025 से आगे की किस्तें सिर्फ उसी खाते में भेजी जाएंगी जो आधार से सीडिंग होगा और महिला के नाम पर एकल खाता होगा।
आधार लिंकिंग न होने की स्थिति में किस्त रुक सकती है और आगे की सहायता राशि नहीं मिलेगी। यही कारण है कि सरकार अब घर के पास ही पंचायत स्तर पर कैंप लगवा रही है ताकि महिलाएं आसानी से यह जरूरी प्रक्रिया पूरी कर सकें। इसके अलावा आधार से लिंक खाता होने से आपके खाते में भेजी गई राशि कहीं और नहीं जा सकती, जिससे धोखाधड़ी की संभावना भी समाप्त हो जाती है।
आधार सीडिंग के लिए जरूरी दस्तावेज
मंईयां सम्मान योजना के इस कैंप में आधार सीडिंग कराने के लिए महिलाओं को सिर्फ तीन जरूरी दस्तावेज लेकर जाना है – पहला, आधार कार्ड, जो उनकी पहचान का सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेज है। दूसरा, बैंक पासबुक, जिससे खाता नंबर और बैंक ब्रांच की जानकारी ली जाएगी। तीसरा, मोबाइल नंबर, जिससे OTP के माध्यम से आधार लिंकिंग को वेरीफाई किया जाएगा।
इन तीनों दस्तावेजों के साथ महिला आसानी से अपने खाते की आधार सीडिंग करा सकती है और भविष्य में मिलने वाली राशि को सुनिश्चित कर सकती है। अगर किसी महिला के पास ये दस्तावेज नहीं हैं तो उन्हें कैंप में आने से पहले इन्हें तैयार कर लेना चाहिए ताकि वहां कोई परेशानी न हो।
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मंईयां सम्मान योजना का लाभ सिर्फ इनको मिलेगा
मंईयां सम्मान योजना का लाभ सिर्फ उन्हीं महिलाओं को मिलेगा जो कुछ विशेष पात्रताओं को पूरा करती हों। सबसे पहली शर्त है कि महिला की उम्र 18 से 50 वर्ष के बीच होनी चाहिए। इसके अलावा वह महिला झारखंड की स्थायी निवासी होना चाहिए और उसका नाम पंचायत स्तर की लाभुक सूची में दर्ज हो।
साथ ही महिला किसी अन्य सरकारी पेंशन या आर्थिक सहायता योजना की लाभुक न हो। बैंक खाता महिला के नाम पर होना चाहिए और वह खाता एक्टिव होना चाहिए। मंईयां सम्मान योजना का लाभ तभी दिया जाएगा जब इन सभी शर्तों का पालन हो रहा हो।
अब अप्रैल 2025 से सरकार ने नई शर्त यह भी जोड़ी है कि लाभ की राशि सिर्फ आधार से लिंक सिंगल बैंक खाता में ही भेजी जाएगी। ऐसे में अगर आपका खाता अभी तक आधार से जुड़ा नहीं है, तो तुरंत कैंप में जाकर इसे लिंक करवाना जरूरी है।