Ladli Behna Yojana Big Update: मध्य प्रदेश की सबसे चर्चित योजनाओं में से एक लाड़ली बहना योजना को लेकर सरकार ने एक बड़ा अपडेट जारी किया है। इस योजना का उद्देश्य राज्य की महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करना है लेकिन हाल ही में सरकार ने फरवरी महीने में एक जांच अभियान चलाया जिसमें पाया गया कि लगभग 2 लाख महिलाओं को इस योजना से बाहर कर दिया गया है। इससे पहले भी लाखों महिलाओं को योजना से अयोग्य घोषित किया जा चुका है और अब यह आंकड़ा और बढ़ गया है।
महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार अपात्र महिलाओं की संख्या में वृद्धि की मुख्य वजह पात्रता को सख्ती से पालन करना है। जांच के दौरान यह पाया गया कि कुछ महिलाएं जिनके पास चार पहिया गाड़ी हैं वे इस योजना का लाभ ले रही थीं। इसके अलावा 65 वर्ष से अधिक उम्र की कई महिलाओं को भी अपात्र घोषित कर दिया गया है।
अगर आप भी इस योजना की लाभार्थी हैं तो यह जरूरी है कि आप इस अपडेट को ध्यान से पढ़ें। इस लेख में हम आपको विस्तार से बताएंगे कि किन महिलाओं को योजना से बाहर किया गया है और क्या इसके पीछे के कारण हैं। इसलिए दोस्तों इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।
Ladli Behna Yojana Big Update 2025
लाड़ली बहना योजना को लेकर मध्य प्रदेश सरकार लगातार सख्त कदम उठा रही है। हाल ही में हुए फरवरी महीने की जांच में करीब 2 लाख महिलाओं को इस योजना से बाहर कर दिया गया है। सरकार का कहना है कि यह फैसला पात्रता नियमों को सही तरीके से लागू करने के लिए लिया गया है।
पहले के मुकाबले अब लाभार्थियों की संख्या में कमी देखी जा रही है क्योंकि सरकार ने उन महिलाओं को योजना से हटा दिया है जो इसके पात्रता को पूरा नहीं कर रही थीं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा चलाई गई इस योजना ने लाखों महिलाओं को आर्थिक रूप से सहायता दिया लेकिन सरकार अब इसे अधिक उपयोगी बनाना चाहती है।
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जानिए लाभार्थियों की कुल संख्या, ताजा अपडेट
महायुति सरकार ने विधानसभा चुनाव से पहले लाड़ली बहना योजना की घोषणा की थी और इसके तहत महिलाओं को हर महीने 1,500 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती थी। चुनाव के समय इस योजना से सरकार को काफी मदद मिल था लेकिन अब इसकी पात्रता को लेकर सख्त कदम उठाए जा रहे हैं।
पहले इस योजना के तहत करीब 2 करोड़ 31 लाख 860 महिलाएं पात्र थीं लेकिन अब फरवरी महीने में जांच के बाद यह संख्या घट गई है। सरकार ने राज्य के अलग अलग जिलों में स्क्रीनिंग का काम शुरू किया गया था जिसमें पाया गया कि कई महिलाएं योजना के लिए योग्य नहीं हैं। इसके बाद सरकार ने कार्रवाई करते हुए उन्हें योजना से हटा दिया है।
लाख महिलाओं को किया गया अपात्र, जानिए कारण
फरवरी महीने में हुई जांच के बाद करीब 2 लाख महिलाओं को अयोग्य घोषित कर दिया गया। इस मामले में एक बड़ा रिपोर्ट महिला एवं बाल विकास विभाग को सौंपी गई है जिसमें बताया गया है कि किन कारणों से इन महिलाओं को योजना से बाहर किया गया है।
सरकार के अनुसार जो महिलाएं 65 वर्ष की उम्र पार कर चुकी हैं वे अब इस योजना के लिए पात्र नहीं होंगी। इसके अलावा जिन महिलाओं के नाम पर या उनके परिवार के किसी सदस्य के नाम पर चार पहिया गाड़ी है उन्हें भी इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा।
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पहले 5 लाख महिलाओं को किया गया था अपात्र, जानिए कारण
इससे पहले भी सरकार ने कई महिलाओं को इस योजना से बाहर किया था। दरअसल जब यह योजना शुरू की गई थी तब बड़ी संख्या में आवेदन किए गए थे लेकिन बाद में इस योजना का अच्छे से जांच करने के बाद सरकार को पता चला कि कई अपात्र महिलाएं इस योजना का लाभ उठा रही थीं।
सरकार ने जांच के बाद पहले करीब 5 लाख महिलाओं को योजना से बाहर कर दिया था। इनमें से 2 लाख 30 हजार महिलाएं संजय गांधी निराधार योजना की लाभार्थी थीं जबकि 1 लाख 10 हजार महिलाएं 65 वर्ष से अधिक उम्र की थीं। इसके अलावा 1 लाख 60 हजार महिलाएं ऐसी थीं जो अपनी खुद की मर्जी से इस योजना से हट गई थीं या उनके परिवार के नाम पर चार पहिया वाहन थे।